होली के बहाने, लड़के फेंकते हैं वीर्य से भरा गुब्बारा Holly's excuses, boys throws semen filled balloons
हमारे देश में होली की चारों तरफ धूम है। माना जाता है कि यह रंगों का त्योहार है और इस दिन लोग गिले-शिकवे भूलकर एक दूसरे के रंग गुलाल लगाते हैं और होली की बधाई देते हैं। लेकिन पिछले सालों में होली के थीम ‛बुरा ना मानो होली है’ के सहारे कुछ लोग ऐसा कर गुजरते हैं, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। ऐसा ही एक वाक्या दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज की एक छात्रा के साथ घटित हुआ है। छात्रा ने बताया कि होली के बहाने लड़के गुब्बारों में स्पर्म भरकर हमें मारते हैं।
यह घटना दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के अमर कॉलोनी इलाके की है। गौरतलब है कि अमर कॉलोनी में बड़ी संख्या में दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थी रहते हैं।
ग्रेजुएशन फर्स्ट इयर की इस छात्रा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखकर अपना दर्द ब्यान किया है। छात्रा ने लिखा कि, ‛मैं दोपहर के लंच के लिए अपने दोस्त के साथ पास के कैफे में गयी। जब मैं 5 बजे लौट रही थी, तभी मेरे किसी ने कुछ मारा। मैंने देखा तो नीचे गुब्बारा गिरा था। गुब्बारे में भरा हुआ लिक्विड मेरी कुरती और लेग्गिंग्स पर फैल गया। उसमें सफ़ेद सा कुछ था जो मेरी काली लैगिंग्स पर स्पष्ट दिखाई दे रहा था और इसमें से अजीब तरह की बदबू आ रही थी। यह तो साफ था कि यह पानी नही है।’
पीड़ित लड़की ने आगे लिखा है, ‛मुझे तुरंत पता नहीं चला कि मुझ पर क्या गिरा है, जब मैं वापिस अपने हॉस्टल लौटी तो मेरी एक सहेली ने मुझे इसके बारे में बताया कि तुम पर किसी ने स्पर्म भरा गुब्बारा फेंका है। जब मुझे पता चला कि यह स्पर्म है तो मैं उस चिपचिपाहट से घिना गई।’
लोगों पर गुस्सा निकालते हुए छात्रा ने आगे लिखा है कि, ‛जब मुझे गुब्बारे का निशाना बनाया गया तो दिनदहाड़े उस व्यस्त बाजार में एक भी ऐसा नहीं था जो इसका विरोध करता। छात्रा ने इस पोस्ट में अपने साथ हुई एक अन्य घटना के बारे में भी लिखा है।
हालांकि दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि होली में छात्राओं के साथ होने वाली छेड़खानी और अभद्र व्यवहार से बचने के लिए कॉलेज परिसर, हॉस्टल और अन्य कॉलेजों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है। मगर दिनदहाड़े हुई इस घटना से शासन- प्रशासन की यह घोषणाएं पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है।
तो दोस्तों मेरा आपसे निवेदन है कि आप ऐसे किसी भी कार्य को अंजाम ना दें और न देने दें, जिससे हमारी बहन बेटियों को शर्मसार होना पड़े। क्योंकि यदि हम मूकदर्शक बने रहे तो यह कल को हमारी बहन, बेटी के साथ भी हो सकता है।यदि आप मेरे इस कथन से सहमत हैं तो कमेंट मे अवश्य लिखना। इसके अलावा मेरे इस चैनल को फॉलो जरूर कीजिएगा, ताकि मेरे द्वारा की गई हर पोस्ट की सूचना आपको सबसे पहले पहुंचे।
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