जाने माने अभिनेता जितेंद्र पर कथित बहिन ने ही लगाया ( बलात्कार) रेप का आरोप
पिछले कई सालों से जाने माने अभिनेता जितेंद्र लाइमलाइट से दूर थे। आखरी बार उन्होंने 2007 में आई फिल्म 'ओम शांति ओम' में गेस्ट अपीयरेंस का रोल निभाया था। इतने सालों बाद एक बार फिर वह चर्चा में आ गए हैं और इस बार चर्चा में आने की वजह है उनकी ममेरी बहन द्वारा लगाया गया रेप का आरोप।
मिली जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के डीजीपी को दी गई शिकायत में उसने सिलसिलेवार तरीके से पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया है ।उसने शिकायत में लिखा है, 'मेरे पिता की बहन के बेटे रवि कपूर एक प्रोफेशनल एक्टर हैं, उन्हें जितेंद्र के नाम से भी जाना जाता है। जब मैं टीनएज में थी, तब मैं उनसे फैमिली के साथ एक बार मिली थी या शायद साल में दो बार मिली। कभी-कभार ही हम सीधे एक-दूसरे से मिलते थे।हमेशा रिश्तेदार मौजूद रहते थे।
जितेंद्र की कजिन द्वारा दिया गया शिकायती पत्र-1
ये जनवरी 1971 की बात है। जब मैं 18 साल की थी और जितेंद्र 28 साल के थे। उन्होंने मेरे पिता से कहकर मुझे उस जगह बुलाया, जहां उनकी फिल्म की शूटिंग चल रही थी। मुझे इस बारे में पता नहीं था कि मुझे अकेला ही वहां बुलाया गया है। ये सब मेरी जानकारी के बगैर हुआ।
Jiतेंद्र की कजिन द्वारा दिया गया शिकायती पत्र-2
मिस्टर कपूर (जितेन्द्र)अपने दो सहयोगियों और ड्राइवर के साथ आए थे। इसके बाद एक समूह के साथ कार में मुझे दिल्ली से शिमला ले जाया गया। इस दौरान रास्ते में मुझसे किसी ने बात नहीं की।जब हम शिमला पहुंचे तो सीधे मुझे होटल रूम ले जाया गया, जिसमें दो अलग-अलग बेड थे। जितेंद्र ने कहा कि वे बाहर घूमने जा रहे हैं, वापस आ जाएंगे। मैं थकी हुई थी और सोने चली गई। देर रात जब जितेंद्र लौटे तो मैं दीवार की तरफ मुंह करके सो रही थी। वे बिस्तर पर आए और मेरे साथ दुष्कर्म की कोशिश करने लगे। मैंने अपने आप को बचाने की कोशिश की। उनके मुंह से अल्कोहल की तेज बदबू आ रही थी। मैंने उन्हें अपने से दूर करने की कोशिश की, लेकिन वे गंदी हरकतें करते रहे। मैं दीवार और अपने कजिन के बीच फंस गई थी।उन्होंने जबरदस्ती मुझे दबोच लिया। मेरे पास बचने का कोई तरीका नहीं था। वे लगातार मेरे साथ जबरदस्ती करते रहे। इसके बाद वे अपने बिस्तर पर चले गए और हम खामोशी के साथ उस रात सो गए।
अगले दिन कजिन (जितेन्द्र) ने मुझसे कोई बात नहीं की। उन्होंने ड्राइवर से कुछ कपड़े खरीदकर मुझे देने को कहा और मुझे दिल्ली वापस छोड़ने की बात भी कही। यकीन कीजिए कि ये सब बातें सच है। उम्मीद है कि भारतीय कानून के अनुसार मेरी पहचान को उजागर नहीं किया जाएगा।
जितेंद्र की कथित कजिन ने यह भी कहा कि 'मुझे इस घटना को बताने में सालों लग गए। मुझमें अब हिम्मत इन दिनों चल रहे फेमिनिस्ट अवेयरेस कैंपेन (जैसे #METOO) की वजह से आई है।
वहीं दूसरी ओर जितेंद्र के वकील रिजवान सिद्दीकी ने इन सब आरोपों पर सफाई देते हुए कहा है कि ये सभी आरोप बेबुनियाद, हास्यास्पद और मनगढंत हैं। पर्सनल एजेंडे के कारण अभिनेता को बदनाम करने की कोशिश की गई है। अब करीब 50 साल बाद इन आरोपों पर कोई भी कानून या कानूनी एजेंसी विचार नहीं कर सकती.
मिली जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के डीजीपी को दी गई शिकायत में उसने सिलसिलेवार तरीके से पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया है ।उसने शिकायत में लिखा है, 'मेरे पिता की बहन के बेटे रवि कपूर एक प्रोफेशनल एक्टर हैं, उन्हें जितेंद्र के नाम से भी जाना जाता है। जब मैं टीनएज में थी, तब मैं उनसे फैमिली के साथ एक बार मिली थी या शायद साल में दो बार मिली। कभी-कभार ही हम सीधे एक-दूसरे से मिलते थे।हमेशा रिश्तेदार मौजूद रहते थे।
जितेंद्र की कजिन द्वारा दिया गया शिकायती पत्र-1
ये जनवरी 1971 की बात है। जब मैं 18 साल की थी और जितेंद्र 28 साल के थे। उन्होंने मेरे पिता से कहकर मुझे उस जगह बुलाया, जहां उनकी फिल्म की शूटिंग चल रही थी। मुझे इस बारे में पता नहीं था कि मुझे अकेला ही वहां बुलाया गया है। ये सब मेरी जानकारी के बगैर हुआ।
Jiतेंद्र की कजिन द्वारा दिया गया शिकायती पत्र-2
मिस्टर कपूर (जितेन्द्र)अपने दो सहयोगियों और ड्राइवर के साथ आए थे। इसके बाद एक समूह के साथ कार में मुझे दिल्ली से शिमला ले जाया गया। इस दौरान रास्ते में मुझसे किसी ने बात नहीं की।जब हम शिमला पहुंचे तो सीधे मुझे होटल रूम ले जाया गया, जिसमें दो अलग-अलग बेड थे। जितेंद्र ने कहा कि वे बाहर घूमने जा रहे हैं, वापस आ जाएंगे। मैं थकी हुई थी और सोने चली गई। देर रात जब जितेंद्र लौटे तो मैं दीवार की तरफ मुंह करके सो रही थी। वे बिस्तर पर आए और मेरे साथ दुष्कर्म की कोशिश करने लगे। मैंने अपने आप को बचाने की कोशिश की। उनके मुंह से अल्कोहल की तेज बदबू आ रही थी। मैंने उन्हें अपने से दूर करने की कोशिश की, लेकिन वे गंदी हरकतें करते रहे। मैं दीवार और अपने कजिन के बीच फंस गई थी।उन्होंने जबरदस्ती मुझे दबोच लिया। मेरे पास बचने का कोई तरीका नहीं था। वे लगातार मेरे साथ जबरदस्ती करते रहे। इसके बाद वे अपने बिस्तर पर चले गए और हम खामोशी के साथ उस रात सो गए।
अगले दिन कजिन (जितेन्द्र) ने मुझसे कोई बात नहीं की। उन्होंने ड्राइवर से कुछ कपड़े खरीदकर मुझे देने को कहा और मुझे दिल्ली वापस छोड़ने की बात भी कही। यकीन कीजिए कि ये सब बातें सच है। उम्मीद है कि भारतीय कानून के अनुसार मेरी पहचान को उजागर नहीं किया जाएगा।
जितेंद्र की कथित कजिन ने यह भी कहा कि 'मुझे इस घटना को बताने में सालों लग गए। मुझमें अब हिम्मत इन दिनों चल रहे फेमिनिस्ट अवेयरेस कैंपेन (जैसे #METOO) की वजह से आई है।
वहीं दूसरी ओर जितेंद्र के वकील रिजवान सिद्दीकी ने इन सब आरोपों पर सफाई देते हुए कहा है कि ये सभी आरोप बेबुनियाद, हास्यास्पद और मनगढंत हैं। पर्सनल एजेंडे के कारण अभिनेता को बदनाम करने की कोशिश की गई है। अब करीब 50 साल बाद इन आरोपों पर कोई भी कानून या कानूनी एजेंसी विचार नहीं कर सकती.
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