चोहिलाँवाली नरेगा में भ्रष्टाचार चरम पर

चोहिलाँवाली 10 जून 2014, नरेगा में भ्रष्टाचार की बातें तो आम ही कही और सुनी जाती है लेकिन इसे प्रत्यक्ष देखना हो तो हनुमानगढ़ जिले के गाँव चोहिलाँवाली में देखा जा सकता है ।इस गाँव का हर मेट 3 से 6 नरेगा श्रमिको की फ़र्जी उपस्थिती दर्ज करता है और इसके बदले में 50 से 100 रुपये तक लिए जाते हैं । इस प्रकार मेट को 13 दिनों के 650 से 1300 तक रुपये मिल जाते है और श्रमिक को बिना कार्य किये व बिना जाये ही मजदूरी प्राप्त हो जाती है ।ऐसे व्यक्ति घर पर आराम फरमाते है या फिर अपने दुसरे कार्यो में व्यस्त रहते है । यहाँ यह बात भी गौर करने लायक है कि समय समय पर अधिकारी जाँच करने आते रहते है लेकिन एक मेट ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि जो भी जाँचकर्मी आता है वह सबसे पहले पँचायत मुख्यालय आता है वहाँ से वह मेट (मेटों) के बारे में पुछता है कि कार्य कहाँ चल रहा है । उसके बाद जाँचकर्मी कार्यस्थल पर पहुँचता है लेकिन इसी बीच मेट तक खबर पहुँचा दी जाती है और वो तत्काल अपना रिकार्ड सही कर लेता है । एक मेट ने बताया कि एक बार जब श्रमिको की छुट्टी का टाइम होने ही वाला था तो मैने यह सोचकर कि अब कौन आता है, 3 फर्जी उपस्थिती दर्ज कर दी ( ऐसा कार्य मेट उस समय ही करता है जब छुट्टी होने वाली हो या फिर हो गई हो ) इतने में.....साहिब आ गए तो उन्होने पुछा कि सच -सच बता कि कितनी फर्जी है तो मैने कहा - जी, तीन फर्जी है ।इस पर वो बोले कि ज्यादा तो नहीं है।साहिब , गिनती कर लो ! मैने जवाब दिया ।इस पर साहिब ने न तो गिनती की और न ही कोई कार्यवाही और बोले कि तीन तक तो कोई बात नहीं है। इससे ज्यादा मत लगाना । नरेगाकर्मीयों के आराम करने के लिए ,औरतो के सम्‍बध में,पानी आदि के लिए सरकार ने जो दिशानिर्देश जारी किये थे उनकी पालना 1% भी नहीं हो रही है । आशा है कोई ईमान का रखवाला अधिकारी कार्यवाही करेगा ।

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